Kavita Jha

Add To collaction

एक डोर में सबको बांधती,वो हिंदी है, लेखनी कविता प्रतियोगिता# आधे-अधूरे मिसरे-25-Jul-2023


सितारों से आगे...
सितारों से आगे जहाँ और भी हैं
स्वयं पर रख विश्वास हम छूएंगे गगन
चलो जीतने का आज यहाँ दौर भी है
अपनी धुन में ही हम जब रहेंगे मगन
कम न होने देंगे हरगिज अपनी लगन
चाहे कोई भी परेशानी आए राहों में
कम न होने देंगे ताकत अपनी बाहों में 
चलो जीतने का आज यहाँ दौर भी है
सितारों से आगे जहाँ और भी है

कविता झा'काव्य'अविका
# लेखनी
#आधे अधूरे मिसरे/प्रसिद्ध पंक्तियां 

   5
1 Comments

सुन्दर सृजन

Reply